ईश्वर भी एक , मानव भी एक , मानव की आवश्यक्ता भी एक ,मानव का आना जाना भी एक ... तो उद्देश्य और साध्य भी एक ही God is one, human is also one, human's need is also one, human's coming and going is also the same... so the objective and the end are also the same. PONDER OVER...

जीवन और मृत्यु का रहस्य

The Secret of Life and Death 


जब कोई पैदा होता है अर्थात किसी को जीवन (life) मिलता है तो खुशियां मनाई जाती हैं । परंतु  जब किसी की मृत्यु (death) हो जाती है तो लोग दुखी होते हैं ।

ऐसा क्यों होता है ?  क्या हम कभी यह जानने का प्रयास किए हैं कि जीवन और मृत्यु को क्यों बनाया या पैदा किया गया है ?

इस रहस्य को जानने के लिए सर्वप्रथम यह जानने का प्रयास करेंगे कि यह जीवन और मृत्यु  स्वतः होता रहता है या कोई देता है ?

यदि कोई देता है तो देने वाला कौन है ? और वह कितना शक्ति रखता है ?

इन कई प्रश्नों का उत्तर हमें तब मिलता है जब ईश्वर की वाणी कुरान का अध्याय 67 (सूरतुल मुल्क) की आयत संख्या 1 और 2 को पढ़ते हैं।

वह बड़ा ही महान और धन्य (बाबरकत) है जिसके हाथ में सारी बादशाहत है और वह हर चीज की सामर्थ्य रखता है।

जिसने पैदा किया जीवन और मृत्यु को ताकि तुम लोगों की परीक्षा करे की तुम में से कर्म की दृष्टि से कौन सबसे अच्छा है ।वह प्रभुत्वशाली , बड़ा क्षमाशील है।

अब आते हैं उन प्रश्नों की तरफ ....

प्रश्न --- जीवन और मृत्यु क्यों बनाया या पैदा किया गया?

उत्तर --- जीवन और मृत्यु इसलिए पैदा किया गया या बनाया गया की मानव  की परीक्षा ली जा सके की इन मानव में सबसे अच्छा कर्म करने वाला कौन है ।

इस उद्देश्य से स्वतः ही या बात निकल कर सामने आती है की जब मानव को इस दुनिया में इसलिए भेजा गया की उस की परीक्षा ली जा सके।......... तो परिणाम का दिन भी होगा यानी इस परीक्षा का परिणाम घोषित किया जाएगा और उस दिन यह बताया जाएगा की ....

कौन परीक्षा में सफलता प्राप्त किया और कौन असफल हुआ।  जिसे सफलता मिलेगी उससे इनाम दिया जाएगा और जो असफल होगा  उसे सज़ा मिलेगी।

प्रश्न ---जीवन और मृत्यु देने वाला कौन है और वह कितनी शक्ति रखता है?

उत्तर --- जीवन और मृत्यु देने वाला वह सर्वशक्तिमान है जिसके हाथ में सारे संसार की बादशाहत है । वह हर चीज की सामर्थ्य रखता है । वह प्रभुत्वशाली और क्षमाशील है ।

Post a Comment

Previous Post Next Post